कृषि अभियंत्रण कक्षा 11- Agriculture engineering chapter 1





   कृषि अभियंत्रण कक्षा 11    


   Chapter-1. (कृषि यंत्रों के निर्माण में प्रयोग होने वाले पदार्थ )

                                                  



  बहुविकल्पीय प्रश्न

1. पिटवाँ लोहे का गलनांक होता है- 

(अ) 1200° से०

 (ब) 1600° से० 

(स) 1400° से०

 (द) 1500° से०



उत्तर- (द)



2. मृदु इस्पात में कार्बन की प्रतिशत होती है-      (यू०पी० बोर्ड 2019)

(अ) 2 से 4%

(ब) 3-5%

(स) 5% - 6%

(द) 0.5-1%



उत्तर- (द)



3. हल के फार निम्न के बने होते हैं-

(अ) धूसर ढलवाँ लोहा

(ब) श्वेत ढलवाँ लोहा

(स) द्रुत शीतित ढलवाँ लोहा

(द) उपरोक्त में कोई नहीं



उत्तर- (स)



4. कच्चे लोहे का गलनांक (Melting point) होता है-

(अ) 1200° से०

(ब) 1100° से०

(स) 800° से०

(द) 1300° से० 



उत्तर—(अ)



5. श्वेत ढलवाँ लोहे में कार्बन होता है

(अ) 1% से 2% (स) 6% से 8%

(ब) 2% से 1%

(द) 7% से 8%



उत्तर-(ब)




6. पिटवाँ लोहे के दो टुकड़ों को मिलाने हेतु तापमान होता है-

(अ) 700° से०

(ब) 600° से०

(स) 900° से०

(द) 1000° से० 



उत्तर--(स)




7. टिन का गलनांक होता है-

(अ) 210°C

(स) 220°C

(ब) 200°C

(द) 232°C




उत्तर--(द) 




8. प्लास्टिक का प्रयोग नहीं होता है-

(अ) पाइप बनाने के लिये

(ब) मिट्टी पलट बनाने में

(स) सीड टूयूब में

(द) बाल्टी के बनाने में



उत्तर--(ब)



9. मेस्टन हल का दाबरोधी बना होता है-

(अ) पिटवाँ लोहे का

 (ब) ढलवाँ लोहे का

(स) मृदु इस्पात का

(द) उच्च कार्बन इस्पात का



उत्तर- (ब)



10. कच्चा लोहा नहीं हो सकता है-

(अ) कठोर

(ब) भंगुर

(स) पिघलने वाला

 (द) चुम्बकीय



उत्तर-(द)



11. ढलवाँ लोहे में कार्बन की प्रतिशत होती है- (यू०पी० बोर्ड 2010)

(अ) 2.2 - 4.3% 

(ब) 1 से 2%

(स) 5.5-6% 

(द) 6-6.9%



उत्तर- (अ)



12. हाथ से कुट्टी काटने वाली मशीन का गतिपालक

चक्र (पहिया) बना होता है-

(अ) ढलवाँ लोहे का

(ब) द्रुत शीतित ढलवाँ लोहे का

(स) ढलवाँ इस्पात का

(द) मृदु इस्पात का




उत्तर- (अ)




13. शाबास हल की दाबरोधी बनी होती है—

(अ) उच्च कार्बन इस्पात की

(ब) ढलवाँ लोहे की

(स) मृदु इस्पात की

(द) ढलवाँ इस्पात की



उत्तर- (ब)



14. तापानुशीतन इस्पात है।  (उ० प्र० 2020) 

(अ) कठोर बनाता है। 

 (ब) भंगुर बनाता है।

 (स) आघातवर्घ्य बनाता है।

 (द) इनमें से कोई नहीं




उत्तर- (स)




15. गेज व्हील बनी होती है— (यू०पी० बोर्ड 2008)

(अ) ढलवाँ लोहे की

(ब) मृदु इस्पात की

(स) उच्च कार्बन इस्पात की

(द) ढलवाँ इस्पात की



उत्तर- (अ)



16. इस्पात के कठोरीकरण के लिए उसे किस तापमान

तक गर्म करते हैं?   (यू०पी० बोर्ड 2017)

(अ) 450°C से 500°C

(ब) 750°C से 800°C

(स) 950°C से 1000°C

(द) 550°C से 600°C



उत्तर- (ब)



17. उच्च कार्बन इस्पात में कार्बन की प्रतिशत मात्रा होती

है |   (यू०पी० बोर्ड 2012, 15 ) 

(अ) 0.7-1.5% 

(ब) 2%

(स) 3%

(द) 4%



उत्तर- (अ)



18. नट और बोल्ट बने होते हैं— (यू०पी० बोर्ड 2008) 

(अ) उच्च कार्बन इस्पात के

(ब) मृदु इस्पात के

(ब) ढलवाँ लोहे के

(द) पिटवाँ लोहे के




उत्तर- (ब)




19. वाह-वाह हल का दाबरोधी बना होता है-

(अ) ढलवाँ लोहे का

(ब) द्रुत शीतित ढलवाँ लोहे का

(स) उच्च कार्बन इस्पात का

(द) मृदु इस्पात का




उत्तर- (द)



20. ढलवाँ लोहे में लोहे की प्रतिशत मात्रा होती है- (यू०पी० बोर्ड 2009)


(अ) 80-82 

(ब) 85-87

(स) 92-94

(द) 97-98



उत्तर-(स)



21. पिटवॉ लोहे में कार्बन की मात्रा कितने प्रतिशत होती है-

(अ) 0.1 से 0.2 प्रतिशत

(ब) 0.05 से 0.1 प्रतिशत

(स) 0.02 से 0.05 प्रतिशत

(द) 0.5 से 0.8 प्रतिशत




उत्तर- (ब)




22. कठोरीकरण के उपरान्त इस्पात हो जाता है-   (यू०पी० बोर्ड 2018)

(अ) प्रत्यास्थ

(ब) तन्य

(स) भंगुर

(द) आघातवर्धनीय 




उत्तर-(स)



23. मिट्टी पलट हल का हल-मूल बना होता है- (यू० पी० बोर्ड 2017 )


(अ) उच्च कार्बन इस्पात का 

(ब) मृदु इस्पात का

(स) ढलवाँ लोहे का

(द) पिटवाँ लोहे का


उत्तर-(स)


24. हैरो का प्रयोग करते हैं- (यू० पी० बोर्ड 2018)


(अ) मिट्टी भुरभुरी करने के लिए

(ब) कम गहराई तक मिट्टी काटने के लिए

(स) खाद को मिट्टी में मिलाने के लिए

(द) इनमें से सभी।


उत्तर- (द)


25. लकड़ी की हरीस प्रयोग होती है—

(अ) मैस्टन हल

(ब) विक्ट्री हल

(स) यू०पी० नं० 1 हल 

(द) टर्नरेस्ट हल 


उत्तर- (अ)


26. मैस्टन हल का क्षैतिज झुकाव होता है-

(अ) 5 मिमी

(ब) 2 मिमी

(स) 3 मिमी

(द) 4 मिमी


उत्तर- (स)


27. मैस्टन हल का आकार होता है- (यू० पी० बोर्ड 2009, 13)

(अ) 14 सेमी (स) 15 सेमी

(ब) 10 सेमी

(द) 20 सेमी


उत्तर- (स)


28. मैस्टन हल का दाबरोधी बना होता है- (यू० पी० बोर्ड 2011, 13) 

(अ) पिटवाँ लोहे का

(ब) मृदु इस्पात का

(स) ढलवाँ लोहे का

(द) उच्च कार्बन इस्पात का


उत्तर—(स)


29. प्राथमिक भूपरिष्करण यन्त्र है। (उ० प्र० 2020)

(अ) कल्टीवेटर

(ब) हो

(स) सीडड्रिल

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर-(द)


30. शाबास हल के फार का प्रकार होता है- (यू० पी० बोर्ड 2003)

(अ) शिन फार

(ब) स्ट्रेट फार

(स) स्लिप नोज फार

(द) स्लिप फार


उत्तर- (द)


31. दाबरोधी हल-मूल के साथ ढली होती है- (यू० पी० बोर्ड 2008)

(अ) शाबास हल में

(ब) मैस्टन हल में

(स) वाह-वाह हल में

(द) यू० पी० नं० 1 हल में


उत्तर- (ब)


32. वाह-वाह हल का आकार होता है- (यू० पी० बोर्ड 2010)

(अ) 12.5 सेमी०

(ब) 15 सेमी ०

(स) 17.5 सेमी०

(द) 20 सेमी०


उत्तर-(ब)


33. विक्ट्री हल का फार होता है- (यू० पी० बोर्ड 2009)

(अ) स्लिप

(ब) सीधा

((स) शिन

(द) स्लिप नोज


उत्तर—(ब)


34. मैस्टन हल का दाबरोधी है (यू० पी० बोर्ड 2009, 19)

(अ) आई आकार का

(ब) टी आकार का

(स) एल आकार का 

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर- (द)


35. प्रजा हल की फार बनी होती है- (यू० पी० बोर्ड 2012, 14, 17 )

(अ) ढलवाँ इस्पात की

(ब) द्रुत शीतित ढलवाँ लोहे की

(स) युद्ध इस्पात की

(द) उच्च कार्बन इस्पात की


उत्तर- (ब)


36. वाह-वाह हल की फार होती है- (यू० पी० बोर्ड 2013, 14)

(अ) स्लिप फार

(ब) शिन फार

(स) स्लिप नोज फार

(द) सीधा फार


उत्तर- (अ)


37. नियन्त्रक सलाका लगी होती है— (यू० पी० वोर्ड 2013)

(अ) मेस्टन हल में

(ब) शाबास हल में

(स) यू०पी० नं० 2 हल में

(द) विक्ट्री हल में


उत्तर--(द)


38. हल में लगे वर्टिकल क्लेक्सि से नियंत्रित किया जाता है- (यू० पी० बोर्ड 2012)

(अ) कूँड की गहराई 

(ब) कूडँ की चौडाई

(स) कँड की चौडाई और गहराई दोनों

(द) इनमें से कोई नहीं


उत्तर- (अ)


39. मेस्टन हल का फार बना होता है- (यू० पी० बोर्ड 2013, 15, 16)

(अ) ढलवाँ लोहे का

(ब) द्रुत शीतित लोहे का

(स) युद्ध इस्पात का

(द) उच्च कार्बन इस्पात का


उत्तर- (ब)


40. मेस्टन हल की फार होती है- (यू० पी० बोर्ड 2012 )

(अ) स्लिप फार

(ब) स्लिप नोज फार

(स) शिन फार

(द) सीधा फार 


उत्तर-(अ)


41. शाबास हल का आकार होता है : (यू० पी० बोर्ड 2015)

(अ) 10 सेमी

(ब) 1 सेमी.

(स) 18 सेमी

(द) 20 सेमी


उत्तर--(ब)


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