Class 11 Agriculture Notes- कृषि अभियंत्रण कक्षा 11 के नोट्स

 


  




 कृषि अभियंत्रण कक्षा 11    


   Chapter-1. (कृषि यंत्रों के निर्माण में प्रयोग होने वाले पदार्थ )




निश्चित उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. कच्चा लोहा (Pig Iron) किससे तैयार किया जाता है?


उत्तर- कच्चा लोहा (Pig Iron) लौह अयस्क, चूना पत्थर तथा कोयला से तैयार किया जाता है।


प्रश्न 2. कच्चे लोहे का गलनांक बिन्दू (Melting Point) कितना होता है?


उत्तर- कच्चे लोहे का गलनांक बिन्दु (Melting Point) 1200° सेन्टीग्रेट होता है।


प्रश्न 3. ढलवाँ लोहे (cast iron) के मुख्य गुण क्या हैं? 


उत्तर- ढलवाँ लोहे (cast iron) के मुख्य गुण चोट मारने पर टूट जाना, ढाला जा सकना, गर्म होने पर फैलना आदि हैं।


प्रश्न 4. श्वेत ढलवाँ लोहा (white cast iron) में कार्बन की प्रतिशत मात्रा कितनी होती है?


उत्तर- श्वेत ढलवाँ लोहा (white cast iron) में कार्बन की प्रतिशत मात्रा 2% - 4% होती है।


प्रश्न 5. पिटवाँ लोहा (wrought iron) के मुख्य गुण क्या हैं?


उत्तर- पिटवाँ लोहा (wrought iron ) के मुख्य गुण तन्य (Ductile), आद्यातवर्ध्य (Malleable) तथा आसानी से पीटा, काटा या झुकाया जा सकता है।


प्रश्न 6. पिटवाँ लोहे के दो टुकड़ों को मिलाने के लिये उपयुक्त तापमान कितना होता है?


उत्तर- पिटवाँ लोहे के दो टुकड़ों को मिलाने के लिए 900°C तापमान उपयुक्त होता है।


प्रश्न 7. पिटवाँ लोहे का गलनांक बिन्दु (melting point) कितना होता है?


उत्तर- पिटवाँ लोहे का गलनांक बिन्दु (melting point) 1500°C तापक्रम 1535° सेल्सियस तापक्रम पर होता है।


प्रश्न 8. मृदु इस्पात (Mild or low carbon steal) में कार्बन की मात्रा कितनी होती है?


उत्तर- मृदु इस्पात (Mild or low carbon steal) में कार्बन की मात्रा 0.1 - 0.5% होती है ।


प्रश्न 9. हलों के फार सामान्यतः किसके बने होते हैं? 


उत्तर- हलों के फार सामान्यतः द्रुतशीतित ढलवाँ लोहा के बने होते हैं।


प्रश्न 10. कार्बन इस्पात का क्या रूप है?


उत्तर- कार्बन इस्पात का रूप मृदु इस्पात, मध्यम नरम इस्पात तथा उच्च कार्बन इस्पात है।


प्रश्न 11. मिश्र धातु इस्पात में क्या-क्या मिलाये जाते हैं ?


उत्तर- मिश्र धातु इस्पात में निकिल, मैगनीज, सिलिकान, क्रोमियम, कोबाल्ट तथा टंगस्टन आदि मिलाये जाते हैं।


प्रश्न 12. टिन (Tin) का गलनांक बिन्दु (melting point) क्या है? (उ० प्र० 2020 )

 
उत्तर- टिन (Tin) का गलनांक बिन्दु (melting point) 232°C तापक्रम है।


प्रश्न 13. हाथ से कुट्टी काटने वाली मशीन का गतिपालक चक्र/पहिया किससे बना होता है?


उत्तर- हाथ से कुट्टी काटने वाली मशीन का गतिपालक चक्र/पहिया ढलवाँ लोहं (cast iron) से बना होता है 1


प्रश्न 14. मेस्टन हल का दाबरोधी किससे बना होता है? 


उत्तर- मेस्टन हल का दाबरोधी ढलवाँ लोहे (Cast iron) से बना होता है।


प्रश्न 15. शाबास हल की दाबरोधी किससे बनी होती है? 


उत्तर- शाबास हल की दाब रोधी मृदु इस्पात से बनी होती है।


प्रश्न 16. विक्ट्री हल की हरीश किससे बनी होती है? 


उत्तर- विक्ट्री हल की हरीश मृदु इस्पात से बनी होती है। 


प्रश्न 17. वाह-वाह हल का दाबरोधी किससे बना होता है? 


उत्तर- वाह-वाह हल का दाबरोधी मृदु इस्पात से बना होता है।


प्रश्न 18. गेज व्हील किससे बनी होती है?


उत्तर- गेज व्हील ढलवाँ लोहे से बनी होती है। 


प्रश्न 19. नट और बोल्ट किससे बने होते हैं?
होती है? (उ०प्र० बोर्ड 2008, 19 )


उत्तर- नट और बोल्ट मृदु इस्पात से बने होते हैं। 


प्रश्न 20. ढलवाँ लोहे में लोहे की प्रतिशत मात्रा कितनी (उ०प्र० बोर्ड 2009) 


उत्तर- ढलवाँ लोहे में लोहे की प्रतिशत मात्रा 92 91% होती है।


प्रश्न 21. गीयर किस इस्पात के बने होते हैं?


उत्तर- गीयर मृदु इस्पात के बने होते हैं।


प्रश्न 22. उच्च कार्बन इस्पात में कार्बन की मात्रा कितने (उ०प्र० बोर्ड 2012)
प्रतिशत होती है?


उत्तर-उच्च कार्बन इस्पात में कार्बन की मात्रा 0.7-1.5 प्रतिशत होती है।


प्रश्न 23. टिन का गलनांक (Melting Point) कितना होता है।


उत्तर- टिन का गलनांक (Melting Point) 232°C होता है।


अति लघु उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. निम्नलिखित के निर्माण में किस प्रकार का लोहा-इस्पात प्रयोग होता है--
(i) मेस्टन हल का हल-मूल 
(ii) विक्ट्री हल का फार
(iii) वाह-वाह हल का हल-मूल
(iv) शाबास हल का मिट्टी पलट
(v) कुट्टी काटने की मशीन का फ्लाई व्हील

 उत्तर-

(i) मेस्टन हल का हल-मूल-ढलवाँ लोहे का 
(ii) विक्ट्री हल का फार—उच्च कार्बन इस्पात 
(iii) वाह-वाह हल का हल-मूल-ढलवाँ लोहे का 
(iv) शाबास हल का मिट्टी पलट-मृदु इस्पात का 
(v) कुट्टी काटने की मशीन का फ्लाई व्हील- ढलवाँ लोहे का


प्रश्न 2. निम्नलिखित के निर्माण में किस प्रकार का इस्पात प्रयोग होता है-
(i) मोल्ड बोर्ड
(ii) कैंक शाफ्ट
(iii) बाल बियरिंग 
(iv) छेनी
(v) कटर टूल
(vi) आरी के ब्लैड 
(vii) डिस्क 

उत्तर- 

(i) मोल्ड बोर्ड – मृदु इस्पात से
(ii) कैंक शाफ्ट - मध्यम कार्बन इस्पात से 
(iii) बाल बियरिंग - उच्च कार्बन इस्पात से 
(iv) छेनी - उच्च कार्बन इस्पात से
(v) कटर टूल - उच्च कार्बन इस्पात से
(vi) आरी के ब्लैड -  उच्च कार्बन इस्पात से 
(vii) डिस्क - उच्च कार्बन इस्पात से


प्रश्न 3. निम्नलिखित में कार्बन कितने प्रतिशत होते हैं- 
(i) ढलवाँ इस्पात
(ii) मृदु इस्पात
(iii) मध्यम कार्बनयुक्त इस्पात
(iv) उच्च कार्बन इस्पात
(v) पिटवाँ लोहे में


उत्तर- (i) ढलवाँ इस्पात - 2 से 4 प्रतिशत 
(ii) मृदु इस्पात - 0.1 से 0.5 प्रतिशत
(iii) मध्यम कार्बनयुक्त इस्पात - 0.25 से 0.6 प्रतिशत कार्बन
(iv) उच्च कार्बन इस्पात - 0.70 से 1.5 प्रतिशत 
(v) पिटवाँ लोहे में - 0.05 से 0.1 प्रतिशत 


प्रश्न 4. निम्न कृषि यन्त्रों के निर्माण में प्रयुक्त लकड़ी का विवरण दीजिए—
(i) हल का हरीस
(ii) फावड़े का बैंट
(iii) जुआ 
(iv) पटेला
(v) नाई

उत्तर-

(i) हल का हरीस – साखू या साल, शीशम
(ii) फावड़े का बैंट - बाँस, बबूल, आम, नीम तथा साल 
(iii) जुआ- बबूल, शीशम
(iv) पटेला - शीशम, बबूल तथा महुआ
(v) नाई - बांस


प्रश्न 5. सम्पीडन प्रतिबल एवं अपरूपक प्रतिबल में क्या अन्तर होता है?  (उ०प्र० 2011, 13)


उत्तर- सम्पीडन प्रतिबल (Compressive Stress)- जब किसी वस्तु या यंत्र के ऊपर दबाव के रूप में बल दिया जाता है तो उसकी आकृति बदलने से रोकने के लिए इसके विपरीत दिशा में वस्तु के अन्दर जो प्रतिबल उत्पन्न होता है उसे सम्पीडन प्रतिबल कहते हैं।

अपरूपक प्रतिवल (Shearing Stress) – ऐसे प्रतिबल जो उन बाह्य बलों के कारण उत्पन्न होते हैं। जो एक वस्तु को दूसरी पर रपटाने का प्रयत्न करते हैं। जैसे लोहे की दो पत्तियों में कील ठोकने पर एक बाह्य बल एक पत्ती से दूसरे पत्ती के ऊपर से रपटाने का और कील रोकने का प्रयत्न करेगा।

प्रश्न 6. धूसर ढलवाँ लोहे में कार्बन के रूप और उनकी प्रतिशत मात्रा लिखिए। ( उ०प्र० 2011 )


उत्तर-धूसर ढलवाँ लोहे में कार्बन की मात्रा 2.5 से 4% तक होती है। कार्बन की अधिकांश मात्रा स्वतंत्र ग्रेफाइट के
रूप में होती है।


प्रश्न 7. गन मैटल के अवयव क्या-क्या हैं तथा इसका क्या उपयोग है। (उ० प्र० 2020)


उत्तर-गन मैटल के अवयव-ताँबा 88% रांगा 10% तथा जस्ता 2% होता है।

उपयोग- 1. इस पर जंग नहीं लगता है।
2. गनमैटल तोप, बन्दूक, पिस्तौल आदि बनाने के काम आती है।
3. यह आसानी से घिसती नहीं है।


प्रश्न 8. ढलवाँ लोहे पर ग्रेफाइट तथा सीमेण्टाइट का क्या
प्रभाव पड़ता है? (उ०प्र० 2013) 


उत्तर—स्वतंत्र ग्रेफाइट की उपस्थिति में तोड़ने पर स्लेटी रंग दिखता है तथा लोहा मुलायम हो जाता है। सीमेण्टाइट से वस्तुएँ कठोर, भंगुरशील तथा शक्तिशाली हो जाती हैं।


प्रश्न 9. इस्पात का कठोरीकरण कैसे करते हैं। ( उ०प्र० 2016)


उत्तर-कठोरीकरण इस्पात का ऊष्मीय उपचार है। ऐसे इस्पात को जिसमें पर्याप्त मात्रा में कार्बन से 800 °C (लाल रंग) तक गर्म करके पानी, तेल अथवा नमक के पानी (brine)
में बुझा दिया जाये तो इस विधि से तैयार इस्पात कठोर हो जाता है और इस क्रिया को कठोरीकरण कहते हैं।









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