निश्चित उत्तरीय प्रश्न ? (1 अंक)
प्रश्न 1. निम्नलिखित में कौन-सा परिवर्तन होता है?
(i) बर्फ का पिघलना
(ii) मोमबत्ती का जलना
(iii) फल का पकना
(iv) दूध से दही जमना
(v) विद्युत बल्ब का जलना
(vi) कपूर का उड़ जाना।
उत्तर : भौतिक परिवर्तन — (i) तथा (v)
रासायनिक परिवर्तन – (ii), (iii), (iv) तथा (vi)
प्रश्न 2. भौतिक और रासायनिक परिवर्तनों का एक-एक उदाहरण लिखिए।
उत्तर : भौतिक परिवर्तन - विद्युत बल्ब का जलना।
रासायनिक परिवर्तन- भोजन का पचना ।
प्रश्न 3. कपूर का ऊर्ध्वपातन कौन-सा परिवर्तन है? (2023)
उत्तर : भौतिक परिवर्तन।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ? (2 अंक)
प्रश्न 1. कपूर का वाष्पित होना तथा बर्फ का पिघलना कौन-सा परिवर्तन है? (2022)
उत्तर : कपूर का वाष्पित होना - रासायनिक परिवर्तन
बर्फ का पिघलना - भौतिक परिवर्तन
प्रश्न 2. जल से वाष्प बनने को भौतिक परिवर्तन मानते हैं जबकि
हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस की क्रिया से जल बनने को
रासायनिक परिवर्तन मानते हैं। क्यों?(2015)
उत्तर : जल से वाष्प बनने तथा वाष्प को ठण्डा करने पर पुनः जल प्राप्त होता है। इस परिवर्तन में पदार्थ की मात्रा में कोई अन्तर नहीं पड़ता केवल अवस्था में परिवर्तन होता है। अतः यह भौतिक परिवर्तन है। हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की क्रिया से जल बनता है। इस परिवर्तन में नया पदार्थ जल बनता है। अतः यह रासायनिक परिवर्तन है।
निश्चित उत्तरीय प्रश्न ? (1 अंक)
प्रश्न 1. एक ही दाब तथा ताप पर जब गैसें संयुक्त होकर गैसीय उत्पाद
बनाती हैं तो उन के आयतनों में कैसा अनुपात होता है?
उत्तर : सरल अनुपात होता है।
प्रश्न 2. अमोनिया गैस निम्नलिखित समीकरण के अनुसार बनती है-
                           N2 + 3H2 → 2NH3
यदि किसी गैस के आयतन एक ही ताप पर तथा दाब पर लिये जायें तो
बताइए इस समीकरण से रासायनिक संयोग के किस नियम की पुष्टि
होती है?
उत्तर : इस समीकरण से गेलूसैक के गैसीय आयतन सम्बन्धी नियम की पुष्टि होती है।
प्रश्न 3. क्लोरीन (परमाणु भार = 35.5), हाइड्रोजन (परमाणु भार = 1 ) और सोडियम (परमाणु भार = 23) के साथ संयोग करके क्रमश: HCI और NaCl बनती है। सोडियम और हाइड्रोजन के परस्पर संयोग करने का अनुपात क्या होगा?
उत्तर : सोडियम और हाइड्रोजन के परस्पर संयोग करने का अनपात 23 : 1 होगा।
प्रश्न 4. तत्व, द्रव्यमान के किस अनुपात में संयोग करके यौगिक बनाते हैं?
उत्तर : स्थिर अनुपात में।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ? (2 अंक)
प्रश्न 1. रासायनिक संयोग के 'स्थिर अनुपात नियम' को एक उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर : स्थिर अनुपात का नियम-इस नियम के अनुसार, कोई भी यौगिक किसी भी रीति से और किसी भी स्थान पर क्यों न बनाया गया हो उसमें उपस्थित अवयवी तत्वों का अनुपात सदैव निश्चित रहता है।
उदाहरण : साधारण नमक चाहे समुद्र जल को उड़ाकर बनाया गया अथवा सैंधा नमक से प्राप्त किया जाये, उसमें सोडियम और क्लोरीन तत्वों का भारात्मक अनुपात सदैव 23 : 35.5 रहता है।
प्रश्न 2. गुणित अनुपात के नियम की परिभाषा लिखिए।
                                    अथवा
गुणित अनुपात के नियम की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए। (2015)
उत्तर : गुणित अनुपात का नियम-इस नियम के अनुसार "जब दो तत्व रासायनिक क्रिया द्वारा एक से अधिक यौगिक बनाते हैं, तो उनमें से एक तत्व की निश्चित मात्रा के साथ संयोग करने वाली दूसरे तत्व की भिन्न मात्राओं में सदैव सरल (पूर्णांक) अनुपात होता है।"
उदाहरण : नाइट्रोजन ऑक्सीजन के साथ संयोग करके पाँच ऑक्साइड N2O, N2O2, N2O3, N2O4 तथा N2O5 बनाती है, जिनकी निश्चित मात्रा 14, ऑक्सीजन की भिन्न- भिन्न मात्राओं से संयोग करती है।
ये ऑक्सीजन की मात्राएँ परस्पर 8:16:24:32:40 के अनुपात में हैं, जिनमें 1: 2:3:4:5 का सरल अनुपात है।
प्रश्न 3. रासायनिक संयोग के नियमों का केवल नाम लिखिए। (2023)
उत्तर : रासायनिक संयोग के नियम निम्नलिखित हैं-
1. द्रव्य के संरक्षण का नियम
2. स्थिर अनुपात का नियम
3. गुणित अनुपात का नियम
4. गेलूसैक का नियम
5. आवोगाद्रो का नियम
लघु उत्तरीय प्रश्न ? (4 अंक)
प्रश्न 1. द्रव्य की अविनाशिता के नियम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
उत्तर : द्रव्य की अविनाशिता द्रव्यमान संरक्षण का नियम — इस नियम का प्रतिपादन लेवाशिये (Lavoisier) नामक रसायनज्ञ ने सन् 1774 में किया। इस नियम के अनुसार, "रासायनिक परिवर्तन में भाग लेने वाले द्रव्यों का कुल भार परिवर्तन के उपरान्त बने हुए पदार्थों के कुल भार के बराबर होता है।” अर्थात् रासायनिक परिवर्तन में न तो द्रव्य उत्पन्न होता है और न ही नष्ट होता है।
सत्यापन
: लैंडोल्ट का प्रयोग (Landolt's Experiment) – इस नियम का सत्यापन करने के लिये संलग्न चित्र में प्रदर्शित लैंडोल्ट की नली (H के आकार की) लेकर उसके एक भाग में NaCl का विलयन तथा दूसरे भाग में AgNO, का विलयन भरकर तोल लेते हैं। इसके पश्चात् दोनों विलयनों को आपस में मिला देते हैं, जिससे रासायनिक क्रिया हो जाये। ये क्रिया निम्न प्रकार से होती है-
NaCl + AgNO3 AgCl + NaNO3
इस अभिक्रिया में सिल्वर क्लोराइड का सफेद अवक्षेप तथा सोडियम नाइट्रेट बनते हैं।
फिर नली को तोल लेते हैं। इस बार भी नली का भार वही आता है जो पहले था। इस प्रयोग से द्रव्यमान संरक्षण का नियम सिद्ध होता है।
प्रश्न 2. गेलूसैक के गैसीय आयतन सम्बन्धी नियम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर : इस नियम के अनुसार- "जब गैसें आपस में संयोग करती हैं तो उनके आयतनों में सरल अनुपात होता है और यदि परिणामी पदार्थ भी गैसीय अवस्था में हों तो उसका आयतन भी अभिकारक गैसों के आयतन के सरल अनुपात में होगा, यदि सभी आयतन एक ही दाब और ताप पर नापे जाते हैं।"
उदाहरण : दो आयतन हाइड्रोजन (गैस) और एक आयतन ऑक्सीजन (गैस) के संयोग से दो आयतन पानी की वाष्प बनती है। चूँकि अभिकर्मक तथा उत्पाद दोनों गैस हैं और इनमें 2:1:2 का सरल अनुपात है। अतः इससे गेलूसैक के गैसीय नियम की पुष्टि होती है।
विस्तृत उत्तरीय प्रश्न ? (6 अंक)
प्रश्न 1. द्रव्य की अविनाशता का नियम, स्थिर अनुपात का नियम, गुणित अनुपात का नियम तथा व्युत्क्रम अनुपात के नियम की व्याख्या आधुनिक परमाणु सिद्धान्त पर कीजिए।
                                                अथवा
रासायनिक संयोग के नियमों का उल्लेख कीजिए। इनमें से किसी एक नियम को उदाहरण सहित समझाइए । (2018, 19) 
उत्तर : डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के आधार पर रासायनिक संयोग के नियमों का स्पष्टीकरण-
(1) द्रव्य की अविनाशता का नियम-डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के अनुसार परमाणु अविभाज्य है और रासायनिक क्रिया न उसे बना सकती है और न ही नष्ट कर सकती है।
अतः द्रव्य जो परमाणुओं के संयोग से बना है, नष्ट नहीं किया जा सकता है। यही द्रव्य की अविनाशता का नियम है।
(2) स्थिर अनुपात का नियम-डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के अनुसार तत्वों के परमाणु आपस में संयोग करके यौगिक परमाणु अर्थात् अणु बनाते हैं, जोकि गुण तथा द्रव्यमान में समान होते हैं, चूँकि यौगिकों परमाणुओं में विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान होती है, अतः इनके भार भी स्थिर अनुपात में होंगे।
उदाहरण - सोडियम (Na) तथा क्लोरीन (Cl) आपस में संयोग करके सोडियम क्लोराइड (NaCl) बनाते हैं।
माना Na के x परमाणु S के y परमाणुओं से संयोग करते हैं। Na के x परमाणुओं का द्रव्यमान तथा CI के y परमाणुओं का द्रव्यमान स्थिर है। अत: NaCl में Na तथा Cl के द्रव्यमान में एक स्थिर अनुपात है।
(3) गुणित अनुपात का नियम-डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के अनुसार तत्वों के परमाणु छोटी-छोटी पूर्ण संख्या के अनुपात में संयोग करके यौगिक बनाते हैं। अतः जब दो तत्व आपस में संयोग करके दो अथवा दो से अधिक यौगिक बनाते हैं, तो इन यौगिकों में एक तत्व का परमाणु दूसरे तत्व के 1, 2, 3 परमाणु से संयोग करेगा। अतः इन यौगिकों में एक तत्व के निश्चित द्रव्यमान से संयोग करने वाले दूसरे तत्व के विभिन्न द्रव्यमान सदैव सरल अनुपात होंगे। यही गुणित अनुपात का नियम है। (4) व्युत्क्रम अनुपात का नियम-मान लीजिए कि तीन तत्व X, Y, Z हैं, जिनके द्रव्यमान क्रमश: a, b, c हैं। यदि X का एक परमाणु Z के एक परमाणु से संयोग करके यौगिक XZ बनाता है, जोकि a: c के अनुपात में है। यदि Y का एक परमाणु Z के एक परमाणु के संयोजन से YZ बनाता है, जोकि b: c के अनुपात में है।
यदि X तथा Y परस्पर संयोग करते हैं तो यौगिक XY बनायेंगे। इसमें a: b का अनुपात है, जोकि तीसरे तत्व Z के निश्चित द्रव्यमान में संयोग करते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न ? (4 अंक)
प्रश्न 1. भौतिक परिवर्तन की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए।
उत्तर : भौतिक परिवर्तन-वह परिवर्तन जिसमें पदार्थ के केवल भौतिक गुण (अवस्था, रूप, रंग, आकार आदि) में अस्थायी परिवर्तन होता है और परिवर्तन का कारण हटा लेने पर वस्तु अपनी मूल अवस्था में आ जाती है, भौतिक परिवर्तन कहलाता है। इस परिवर्तन में पदार्थ के आणविक संगठन और भार में कोई अन्तर नहीं आता है।
उदाहरण : बर्फ का पिघलना, जल का वाष्प बनना, लोहे का चुम्बक बनना, बल्ब का जलना आदि।
प्रश्न 2. रासायनिक परिवर्तन की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए।
                                      
अथवा
              रासायनिक परिवर्तन किसे कहते हैं?
उत्तर : रासायनिक परिवर्तन-वह परिवर्तन जिसमें पदार्थ के भौतिक तथा रासायनिक गुण पूर्ण रूप से बदल जाते हैं तथा नये गुणों वाला पदार्थ बनता है, रासायनिक परिवर्तन कहलाता है।
उदाहरण : जल का विद्युत अपघटन, मोमबत्ती तथा लोहे पर जंग लगना, दही का जमना तथा भोजन का पचना आदि।
प्रश्न 3. भौतिक तथा रासायनिक परिवर्तन में दो महत्वपूर्ण अन्तर लिखिए। प्रकाश संश्लेषण तथा जल वाष्प में बदलना किस प्रकार के परिवर्तन हैं?
निश्चित उत्तरीय प्रश्न ? (1 अंक)
प्रश्न 1. डॉल्टन परमाणुवाद सिद्धान्त के आधार पर परमाणु कैसा माना जाता है?
उत्तर : अविभाज्य ।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ? (2 अंक)
प्रश्न 1. परमाणु किसे कहते हैं?
उत्तर : परमाणु तत्व का वह छोटा अविभाज्य कण है, रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेता है।
प्रश्न 2. अणु किसे कहते हैं?
उत्तर : परमाणु के संयोग से अणु बनते हैं। अणु स्वतंत्र अवस्था में रह सकता है।
लघु उत्तरीय प्रश्न (4 अंक)
प्रश्न 1. परमाणु तथा अणु में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न 2. डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त की किन्हीं चार महत्त्वपूर्ण विशेषताओं का उल्लेख कीजिए। (2022, 23)
                             अथवा
डाल्टन परमाणु सिद्धान्त पर टिप्पणी लिखिए। 
उत्तर : डाल्टन के परमाणुवाद सिद्धान्त के अनुसार-
(i) प्रत्येक तत्व अति सूक्ष्म कणों से मिलकर बना है, जिन्हें परमाणु कहते हैं।
(ii) परमाणु अविभाज्य है। रासायनिक क्रिया के दौरान ज्यों का त्यों बना रहता है।
(iii) एक ही तत्व के समस्त परमाणु आकार, भार तथा अन्य गुणों में समान होते हैं, परन्तु दूसरे तत्वों के परमाणुओं से भिन्न होते हैं।
(iv) परमाणु न बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है।
(v) परमाणु छोटी-छोटी पूर्ण संख्याओं के सरल अनुपात में संयोग करके यौगिक परमाणु बनाते हैं। (vi) एक ही यौगिक के सभी तत्व परमाणु समान होते हैं।
विस्तृत उत्तरीय प्रश्न ? (6 अंक)
प्रश्न 1. डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के महत्वपूर्ण बिन्दुओं का उल्लेख कीजिए। इस सिद्धान्त की किन्हीं दो कमियों का भी उल्लेख कीजिए। (2017)
उत्तर : 1808 में जान डॉल्टन द्वारा प्रतिपादित किया गया महत्वपूर्ण सिद्धान्त, डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त कहलाया, जिसका आधार "सूक्ष्म कण, जो द्रव्य का निर्माण करते हैं, परमाणु है" था।
• इसके मुख्य बिन्दु निम्नलिखित हैं-
(i) द्रव्य अति सूक्ष्म कणों से मिलकर बना है, जिन्हें परमाणु कहते हैं।
(ii) किसी तत्व विशेष के सभी परमाणु एक आकार, परिमाण तथा रासायनिक गुण के होते हैं।
(iii) दो तत्वों के परमाणुओं के आकार, परिमाण, द्रव्यमान तथा रासायनिक गुण भिन्न-भिन्न होते हैं।
(iv) परमाणु विभाजित नहीं किया जा सकता है।
(v) परमाणु को न तो बनाया जा सकता है न ही उसको नष्ट किया जा सकता है।
(vi) परमाणु वे सूक्ष्म कण हैं, जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते हैं।
(vii) विभिन्न तत्वों के परमाणु एक-दूसरे से निश्चित पूर्णांक अनुपात में संयोग कर यौगिक परमाणु
बनाते हैं।
• डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त की कमियाँ-
(i) एक तत्व के परमाणुओं के द्रव्यमान भिन्न-भिन्न होता है इसकी व्याख्या यह सिद्धान्त नहीं करता है।
(ii) परमाणु आपस में संयोग करके अणु क्यों बनाते हैं इसकी व्याख्या यह सिद्धान्त नहीं करता है।
प्रश्न 2. आधुनिक परमाणु की व्याख्या कीजिए।
उत्तर : आधुनिक परमाणुवाद के अनुसार
(i) परमाणु विभाज्य है जिसे प्रोटॉन, इलेक्ट्रॉन, न्यूट्रॉन आदि मौलिक कणों में विभाजित किया जा सकता है।
(ii) एक ही तत्व के सभी परमाणुओं का द्रव्यमान समान नहीं होता है, कुछ तत्व ऐसे होते हैं, जिनके परमाणुओं के द्रव्यमान, भिन्न हो सकते हैं, जैसे-क्लोरीन के कुछ परमाणुओं का द्रव्यमान 35 के अतिरिक्त कुछ का 37 तथा कुछ का 38 हो सकता है।
(iii) विभिन्न तत्वों के द्रव्यमान समान भी हो सकते हैं। जैसे -Ca तथा Ar का द्रव्यमान 40 है।
(iv) किसी सीमा तक परमाणु का अस्तित्व भी मिटाया जा सकता है।
(v) यौगिकों के परमाणु सदा छोटी-छोटी पूर्ण संख्या में संयोग नहीं करते। जैसे-स्टार्च (C6H10O5)n

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